धर्म यात्रा या धर्म ध्वजा का लक्ष्य है प्राचीन भारत के इतिहास में छुपे अनमोल खजाने की तलाश। जहाँ देश काल की बातें है तो गांव,कस्बे और नगर की बातें है, सनातन कहते है तो वेद पुराण,उपनिषद, स्मृति, ब्राह्मण हैं तो जैन धर्म के पंचशील हैं तो बुद्ध का बौद्ध धम्म भी हैं .इन सब का अनुसाशित मिलन ही हैं इस भारत वर्ष की धरोहर भारत का धर्म ddhism,Hinduism,Jainism,India History,Shaivism,Shaktism,Vaishnavism,Pancaratra,Ganapatya,Theravada,Mahayana,Tibetan Buddhism,Arthashastra,Ayurveda,Dhanurveda,Dharmasha
हमारे धर्म शास्त्रों में ऐसी कौन सी तीन वस्तुएं हैं जिन्हे दुर्लभ कहा गय...
अहिल्या क्या सच में पत्थर थीं ,जी बिलकुल नहीं, तो फिर क्या थी ?सच तो ये है,
मैं आगे क्यों नहीं बढ़ पा रहा हूं. जीवन में आगे बढ़ने के लिए क्या जरूरी है?
मैं आगे क्यों नहीं बढ़ पा रहा हूं?
जीवन में कुछ बड़ा कैसे करूँ?
जीवन में आगे बढ़ने के लिए क्या चीज आपके अंदर होनी चाहिए
जीवन (लाइफ life) में आगे बढ़ने के लिए क्या करे
जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमें क्या करना होगा?
जीवन में आगे बढ़ने के लिए क्या जरूरी है?
जिंदगी में कुछ करना है तो क्या करना चाहिए? जीवन में हर कोई सफलता पाना चाहता है लेकिन जीवन में सफल होने के लिए जो सबसे जरुरी गुण है क्या वो आपके पास है ,आखिर कौन सा वो गुण (quality क्वालिटी) है आइये जाने इस कहानी में :-
हर समय खुश कैसे महसूस करें जीवन में खुश रहने के लिए सबसे जरूरी क्या है, खुश रहने का मूल मंत्र क्या है
हमेशा खुश रहने के लिए क्या करना चाहिए?
हर समय खुश कैसे महसूस करें?
जीवन में खुश रहने के लिए सबसे जरूरी क्या है?
खुश रहने का मूल मंत्र क्या है?
हर रोज खुश और प्रेरित कैसे रहें?
सच्ची खुशी क्या है?
ढेर सारे ऐसे प्रश्न अक्सर हमारे दिमाग में आते हैं, समझ में नहीं आता कि आखिर सच्ची खुशी है क्या और कैसे मिलगी ये ख़ुशी तो आईये आज एक कहानी आपके साथ साझा करता हूँ जिसे पढ़ के सिर्फ आप ये नहीं जानेगे कि ख़ुशी क्या है बल्कि खुश कैसे रहा जा सकता है इसे भी सीख जायेंगे हिन्दू रीति-रिवाज विज्ञान की कसौटी पर
डिस्कवरी (discovery)पर जेनेटिक बीमारियों से सम्बन्धित एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम था, उसमें एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने कहा कि जेनेटिक बीमारी (genetics disease) न हो, इसका एक ही इलाज है और वो है "सेपरेशन ऑफ़ जींस" (separation of genes) जिसका मतलब अपने नजदीकी रिश्तेदारों में विवाह नहीं करना चाहिए, क्योंकि नजदीकी रिश्तेदारों में जींस विभाजन (separate) नहीं हो पाता और जींस से जुड़ी (linked) बीमारियाँ जैसे हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस और एल्बोनिज्म होने की १००% संभावना होती है। बहुत ख़ुशी हुई जब उसी कार्यक्रम में यह दिखाया गया कि आखिर "हिन्दूधर्म" में हजारों-हजारों साल पहले जींस और डीएनए के बारे में कैसे लिखा गया है ? हिंदुओं में गोत्र होते हैं और एक गोत्र के लोग आपस में शादी नहीं कर सकते ताकि जींस सेपरेट (विभाजित) रहे। उस वैज्ञानिक ने कहा कि आज पूरे विश्व को मानना पड़ेगा कि "हिन्दूधर्म ही" विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है जो "विज्ञान पर आधारित" है। हिंदू परम्पराओं से जुड़े अन्य वैज्ञानिक तर्क :-